छत्तीसगढ़ में विधानसभा का मानसून कालीन सत्र 14 जुलाई से 18 जुलाई तक होगा।

रिपोर्ट आलोक शुक्ल।

ये सत्र काफी हंगामेदार होगा।

सरगुजा जिले के मुख्यालय अम्बिकापुर समेत आसपास सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं इस पर भी एक मंत्री सरगुजा के कलेक्टर विलास भोसकर को घेरने की तैयारी में हैं साथ ही सरगुजा में हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी अवमानना का मामला बन सकता है अब इस पर किस तरह प्रश्न किया जाएगा ये उसी समय पता चलेगा।

बताया जा रहा है निरंकुश नौकरशाही पर उतरे कुछ अधिकारियों को इस बार सत्ता पक्ष के विधायक ही मजबूती से घेरने में लगे हैं।

सरगुजा कलेक्टर के दुर्व्यवहार की शिकायत कई शिक्षकों ने सरगुजा संभाग के एक दमदार मंत्री से की है और कई लोगों ने इनकी शिकायत का पुलिंदा पहुंचाया है। पूर्व वरिष्ठ आई ए एस अधिकारी ने पहल से कहा है कि यदि इस तरह की शिकायत पर संज्ञान लिया गया तो वर्तमान कलेक्टर की परेशानी बढ़ सकती है क्योंकि जिले के प्रशासनिक मामले में उनकी पूरी जवाब देही बनती है।

वहीं छत्तीसगढ़ में अवैध रेत खनन के मामले पर भी सीधे तौर पर वन मंत्री को भी घेरने की तैयारी कांग्रेस कर सकती है।

वर्तमान विधानसभा भवन में यह वर्षाकालीन सत्र अंतिम होगा ऐसा बताया जा रहा है।
शीतकालीन सत्र नया रायपुर के नए विधानसभा भवन में नवंबर एवं दिसंबर माह में संपन्न होगा और इसका शुभारंभ करने के लिए देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयेंगे ये बात भी सामने आ रही है।

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