रेप के मामले को लेकर इलाहाबाद HC की एक और टिप्पणी पर सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी

सुप्रीम कोर्ट ने एक और टिप्पणी पर जताई नाराजगी

कहा- आरोपी को जज जमानत तो दे दें, लेकिन ऐसी टिप्पणी क्यों करते हैं?

ऐसे मामलों में जज को अधिक सावधान रहना चाहिए: जस्टिस बीआर गवई

SG तुषार मेहता ने कहा कि— न्याय न केवल किया जाना चाहिए, बल्कि होते हुए दिखना भी चाहिए

एक आम आदमी यह समझेगा कि जज कानूनी बारीकियों से परिचित नहीं है।

रेप की कोशिश के मामले में टिप्पणी के बाद एक और मामले में हाई कोर्ट के जज ने की थी टिप्पणी।

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था- महिला ने खुद मुसीबत को आमंत्रित किया और इसके लिए वह खुद जिम्मेदार भी है

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