
महामाया पहाड़ पर अवैध कब्जे के संगीन आरोपों से घिरे अंबिकापुर के ओरिएंटल पब्लिक स्कूल जाकर उसकी खुलकर तारीफ़ करने को लेकर सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर पर बहुत ही गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
दरअसल महामाया पहाड़ पर बड़े भू भाग पर अतिक्रमण कर बनाए गए स्कूल ओरिएंटल पब्लिक स्कूल का मुद्दा लगातार सुर्खियों में रहा है।
यहाँ तक कि भाजपा समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता टी एस सिंहदेव भी मान रहे हैं कि ये गलत है।
आमजन भी सोशल मीडिया में यहाँ अवैध निर्माण व अतिक्रमण पर मुखर होकर विरोध कर रहे हैं लेकिन जिस तरह से सरगुजा के कलेक्टर हाल ही में अपने चाटुकार अधिकारी के साथ पहुंच कर स्कूल की खुलेआम तारीफ़ की उसकी अब तीखी आलोचना हो रही है।
देश और विदेश में प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट ने तो बकायदा इस मुद्दे पर हमें कार्टून बनाकर स्कूल और कलेक्टर सरगुजा पर करारा व्यंग्य किया है।
सवाल ये कि जिस स्कूल पर आरोप हैं वहाँ आख़िरकार कलेक्टर विलास भोसकर क्यों गए।जिस स्कूल की जाँच करनी चाहिए उसकी ये तारीफ़ कर उसे वैध बताने की अप्रत्यक्ष कोशिश कर रहे हैं जिससे कलेक्टर के पद की गरिमा तो तार तार हुई है साथ ही आमजन कह रहे हैं कि ऐसी विवादित जगह की जांच कराने की जगह ये कलेक्टर वहाँ जा रहे हैं कहीं ये उसे क्लीन चिट देने की साज़िश तो नहीं है?
वो भी तब जब दोनों ही दलों के लोग इसे गलत बता रहे हैं।
आमजन भी कह रहे हैं कि जब प्रशासनिक मुखिया ही इस तरह विवादों से घिरे संस्थान में जाकर उसे महिमा मंडित कर रहे हैं तो इस पर कार्यवाही की क्या उम्मीद की जाए?
साथ ही यहां के कलेक्टर समेत प्रशासन पर भी बेहद गंभीर सवाल उठ रहा है और संदेह भी उत्पन्न हो रहा है कि एक IAS अधिकारी के लिए संविधान बड़ा है या संस्थान?
रिपोर्ट आलोक शुक्ल, सम्पादक पहल।
