
दिल्ली एयरपोर्ट से ये तस्वीर काफ़ी कुछ बयां कर रही है।
बढ़ती ही जा रही परेशानी।
यात्री एयरपोर्ट के बाहर हंगामा न करें, उनको भोजन, होटल इत्यादि की सुविधा/ सहित अन्य व्यवस्थाओं की सुविधा न देना पड़े इसलिए एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट के अंदर इंट्री करवा दिया गया।
इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए कानून सुविधा ये है कि — आपको यात्रियों के लिए एयरपोर्ट के पास अच्छे होटल की व्यवस्था करवाना होगा।
डॉमेस्टिक यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए भी — आठ घंटे से लेकर 12 घंटे विमान के विलंब होने पर खानपान सहित रहने की व्यवस्था करवाना होगा ।
इसी वजह से यात्रियों को उन यात्रियों को तत्काल मुआवजा न देना पड़े , यात्रियों का एयरपोर्ट में इंट्री करवाने के बाद उनका सामान को एक साथ इकठ्ठा करवा दिया गया।
बहरहाल इंडिगो की बड़ी हिस्सेदारी भारतीय विमान सेवा में है और एक तरह से उसका एकक्षत्र राज्य सा कई दिनों से चल रहा है इसके बाद भी उसकी मनमानी पर उड्डयन विभाग आंख बंद कर बैठा क्यों रहा इसका भी खुलासा आने वाले समय में संभावित है। साथ ही सरकार पर भी गंभीर सवाल उठे हैं कि आखिर वो कर क्या रही थी?
